Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -02-Sep-2022 नव भारत का इतिहास

*नव भारत का इतिहास*

झांक अपने अन्दर, कितने किए हैं तुमने पाप
कर ले अपने पापकर्मों पर, कुछ तो पश्चाताप

आस थी तुमसे, कुछ अच्छा कर दिखलाओगे
सारे समाज के लिए, पथ प्रदर्शक कहलाओगे

लेकिन तुमने स्वयं का, चरित्र ही बिगाड़ लिया
वासनाओं की गोदी में, खुद को ही सुला दिया

जीवन तुम्हारा दिखता, आम आदमी के समान
जिसमें ना कोई खूबियां, ना कोई तेरी पहचान

दुनिया में आया है तो, कोई जिम्मेदारी उठाना
कुछ और नहीं, केवल अपना चरित्र चमकाना

फेंक दे सब अवगुण, अपने मन से उखाड़कर
सुख ही सुख पाएगा, इनकी बस्ती उजाड़कर

सिर्फ इन्हीं अवगुणों ने, गुलाम तुझको बनाया
शुद्ध चरित्र के शिखर से, रसातल में पहुंचाया

अपनी क्षमताओं का, अन्तर्मन में दर्शन करना
साथ उनको लेकर अपने, कर्मक्षेत्र पर उतरना

झिंझोड़कर जगा ले, सोया हुआ आत्मविश्वास
श्रेष्ठ कर्म करके लिख, नव भारत का इतिहास

*ॐ शांति*

*मुकेश कुमार मोदी, बीकानेर*
*मोबाइल नम्बर 9460641092*

   22
12 Comments

Seema Priyadarshini sahay

03-Sep-2022 02:28 PM

बेहतरीन

Reply

Abhinav ji

03-Sep-2022 09:15 AM

Very nice👍

Reply

Outstanding speechless beyond the thoughts

Reply